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पाकिस्तान की गिरती स्थिति: कहां से चला, कहां पहुंच गया?

1947 में भारत से अलग होकर बना पाकिस्तान एक इस्लामिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ।
लक्ष्य था – एक धार्मिक आधार पर विकसित राष्ट्र बनाना।
शुरुआती वर्षों में देश ने कुछ प्रगति भी की, परंतु राजनीतिक अस्थिरता, सैन्य हस्तक्षेप, कट्टरपंथ, और आर्थिक अव्यवस्था ने इसकी नींव को लगातार कमजोर किया।


  • 1947: भारत से बंटवारे के बाद पाकिस्तान बना
  • 1958: पहला सैन्य तख्तापलट
  • 1971: बांग्लादेश का निर्माण – पाकिस्तान का विभाजन
  • 1977, 1999: बार-बार सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा
  • 2001 के बाद आतंकवाद की वैश्विक लहर में पाकिस्तान की भागीदारी

इतिहास में पाकिस्तान ने कभी भी लंबे समय तक लोकतंत्र नहीं देखा — और यहीं से शुरू हुआ पतन।


वर्षGDP (USD में)मुद्रा अवमूल्यनविदेशी कर्ज
2018$314 बिलियन₹1 PKR = ₹0.58 INR$95 बिलियन
2024$250 बिलियन (गिरावट)₹1 PKR = ₹0.30 INR$130+ बिलियन
  • IMF bailout: 23वीं बार सहायता मांगी
  • महंगाई दर: 35% से ऊपर
  • बेरोजगारी: 10% से ज्यादा
  • विदेशी निवेश: लगभग ठप
  • रिज़र्व: सिर्फ 3-4 हफ्तों की आयात क्षमता

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था सिर्फ कर्ज और डोनर आधारित बन चुकी है।


  • इमरान खान की सत्ता से बेदखली के बाद देश राजनीतिक टकराव में उलझ गया
  • सेना, ISI और राजनीतिक दलों के बीच विश्वास की कमी
  • चुनाव पारदर्शिता पर सवाल
  • न्यायपालिका और मीडिया की स्वतंत्रता सीमित

सरकार बदलती रही लेकिन नीतियों में स्पष्टता और दीर्घकालिकता नहीं आई।


  • तालिबान, TTP, लश्कर, जैश जैसे आतंकी समूहों को कभी समर्थन देने वाले पाकिस्तान को अब वही संकट में डाल रहे हैं
  • बलूचिस्तान, खैबर-पख्तूनख्वा में लगातार हमले
  • भारत, ईरान और अफगानिस्तान से सीमा पर तनाव

चरमपंथ को राज्यनीति का हिस्सा बनाना, पाकिस्तान के लिए सबसे भारी पड़ा।


देशस्थिति
🇨🇳 चीनकर्ज देने वाला लेकिन दबाव में रखने वाला मित्र
🇺🇸 अमेरिकाअब दूरी बना चुका है
🇦🇫 अफगानिस्तानतालिबान से रिश्ते तनावपूर्ण
🇸🇦 सऊदी अरबमदद करता है, लेकिन शर्तों पर
🇮🇳 भारतरिश्ते लगभग ठप, व्यापार भी बंद
🇮🇷 ईरानसीमा संघर्ष के कारण अविश्वास

पाकिस्तान अब न तो पश्चिमी दुनिया का मित्र है, न ही इस्लामिक देशों का भरोसेमंद भागीदार।


  • बिजली और पानी की भारी किल्लत
  • दवाइयों की कीमतें दोगुनी
  • डॉलर की कमी से आयात बंद
  • उच्च शिक्षा और तकनीकी विकास में गिरावट
  • Youth Migration बढ़ रही है (ब्रेन ड्रेन)

पाकिस्तान की सामान्य जनता अब बुनियादी ज़रूरतों के लिए भी संघर्ष कर रही है।


देशGDP Growthविदेशी निवेशलोकतंत्र स्तरआतंकवादी खतरा
भारत+7%$80B+/सालमज़बूतकम
बांग्लादेश+6.5%$3-4Bस्थिरमध्यम
पाकिस्तान-0.5%लगभग शून्यकमज़ोरबहुत उच्च

संभव है — लेकिन:

  • सेना को राजनीति से दूर रहना होगा
  • आतंकी संगठनों से नाता तोड़ना होगा
  • IMF और वैश्विक संस्थाओं की शर्तों को पारदर्शिता से मानना होगा
  • युवा शक्ति को अवसर देना होगा
  • भारत और पड़ोसियों से शांतिपूर्ण संबंध बनाने होंगे

अगर अभी भी पाकिस्तान नहीं चेता – तो वह पूरी तरह विफल राष्ट्र बनने की ओर बढ़ेगा।


क्या आपको यह विश्लेषण उपयोगी लगा?
आप पाकिस्तान की स्थिति को लेकर क्या सोचते हैं?
नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर रखें – आपकी समझ किसी और की सोच बदल सकती है।

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