भारत में Fantasy & Real Money Gaming पर बैन – Dream11, MPL और अन्य ऐप्स का भविष्य क्या?

भारत में ऑनलाइन गेमिंग पिछले एक दशक से जबरदस्त रफ़्तार से बढ़ रहा था। Dream11, MPL, My11Circle, Zupee जैसे प्लेटफॉर्म्स करोड़ों यूज़र्स को आकर्षित कर रहे थे और क्रिकेट, फुटबॉल तथा अन्य खेलों के साथ fantasy gaming एक बड़े उद्योग में बदल चुकी थी। लेकिन हाल ही में संसद द्वारा पास किया गया Online Gaming Bill 2025 ने इस पूरे सेक्टर की दिशा ही बदल दी है।


  • इस विधेयक के तहत सभी real-money games (चाहे वो कौशल आधारित हों या भाग्य आधारित) पूरी तरह बैन कर दिए गए हैं।
  • इन गेम्स से जुड़े विज्ञापन, पेमेंट गेटवे और प्रमोशन पर भी रोक लगाई जाएगी।
  • सरकार एक केंद्रीकृत नियामक प्राधिकरण (Regulator) बनाने जा रही है, जो यह तय करेगा कि कौन-सा ऐप वैध है और कौन अवैध।

बड़े प्लेटफॉर्म्स ने तत्काल कदम उठाए हैं:

  • Dream11 और MPL ने अपने real-money sections बंद कर दिए हैं।
  • My11Circle और Zupee ने भी shutdown शुरू कर दिया है।
  • ये कंपनियाँ अब वैकल्पिक revenue models जैसे freemium games, advertisement-based gaming, और global expansion पर विचार कर रही हैं।

  • Dream11 और My11Circle IPL, BCCI और Team India के सबसे बड़े स्पॉन्सर्स में शामिल रहे हैं।
  • इनके बंद होने से क्रिकेट बोर्ड और स्पोर्ट्स मार्केटिंग को भारी राजस्व हानि का सामना करना पड़ सकता है।
  • रिपोर्ट्स के अनुसार, Team India को Asia Cup से पहले ही अपनी जर्सी स्पॉन्सरशिप खोने का खतरा है।

  • समर्थकों का कहना है कि यह कदम युवाओं को लत और आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए ज़रूरी था।
  • आलोचकों के अनुसार fantasy sports को जुआ या सट्टेबाज़ी की श्रेणी में डालना अनुचित है, क्योंकि इसमें खिलाड़ी अपनी खेल ज्ञान और रणनीति का उपयोग करते हैं।
  • Karnataka के गृह मंत्री ने तो यहाँ तक कहा कि “Online gaming की लत नशे से भी ज़्यादा खतरनाक है।”

  • चीन और सिंगापुर जैसे देशों में पहले से ही real-money gaming पर सख्त नियम लागू हैं।
  • वहीं अमेरिका और यूरोप में fantasy sports को skill-based activity मानते हुए अनुमति दी गई है।
  • भारत का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।

  1. गेमिंग कंपनियाँ: विज्ञापन और e-sports जैसे नए revenue models अपनाएंगी।
  2. क्रिकेट और अन्य खेल: नए प्रायोजकों की तलाश करनी होगी।
  3. यूज़र्स: अब केवल free fantasy games या practice games खेल पाएंगे।
  4. सरकार: इस कानून को प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी निगरानी और साइबर सुरक्षा उपाय कड़े करने होंगे।

भारत में fantasy और real-money gaming पर बैन ने लाखों यूज़र्स और अरबों डॉलर के उद्योग को हिला कर रख दिया है। यह फैसला सामाजिक दृष्टि से एक बड़ा सुधार माना जा रहा है, लेकिन इससे खेल उद्योग, रोजगार और स्टार्टअप इकोसिस्टम पर गंभीर असर पड़ना तय है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनियाँ और सरकार किस तरह से संतुलन साधती हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Review My Order

0

Subtotal